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What is MCB Working of MCB Types of MCB Connection of MCB in Hindi

What is MCB
Working of MCB
Types of MCB
Connection of MCB
Use of MCB 

इन सारे सवालो का जवाब आज आपको इस पोस्ट मे मिल जाएगा 

MCB का पुरा नाम Miniature Circuit Breaker है. MCB KA FULL FORM HINDI ME मिनिएचर सर्किट ब्रेकर है. आज के टाइम मे MCB घरो मे शॉर्ट सर्किट Protection ओर ओवरलोड Protection के लिए use की जाती है. यह FUSE के मुक़ाबले काफी Accurate , Realiable ओर Safe है.

 

#1.What is MCB (MCB क्या है ?)

                   यह एक Electro-mechanic डिवाइस है. MCB को हम कम लोड वाली सर्किट में लगाते है जैसे कि लाइटिंग , हाउस वायरिंग इत्यादि .यह मार्केट में आसानी से उपलब्ध होती है. यह आपको कोई भी नजदिकी इलेक्ट्रिक की दुकान से मिल जाएगी.  और यह ELCB , RCCB और MCCB के मुकाबले काफी सस्ती होती है.


#2 Use of MCB (MCB का कार्य )

    MCB हमे सर्किट मे दो प्रकार के fault से protection देती है.  

1.      शॉर्ट सर्किट प्रोटेक्शन 

2.     ओवरलोड प्रोटेक्शन 

                शॉर्ट सर्किट प्रोटेक्शन में इलेक्ट्रो- मैग्नेटिक  सिद्धांत पर कार्य करती है जबकि ओवरलोड प्रोटेक्शन में इलेक्ट्रो -थर्मल सिद्धांत पर कार्य करती है .आगे हम विस्तारपूर्वक देखेंगे कि यह दोनों सिद्धांत केसे काम करता है.

                         MCB फ्यूज़ के मुक़ाबले काफी तेज और accurate होता है.और MCB फ्यूज़ से ज्यादा सुरक्षित भी होती है. MCB एक बार ट्रिप होने के बाद दुबारा आसानी से ON/OFF करी जा सकती है। जबकि FUSE आपको बदलना पड़ता है.

 #3. Working of MCB (MCB केसे काम करती है?)

इसके पेहले हम नीचे दी गई हुई photo को समजते है. 

                        जेसे की आप देख रहे है की MCB के मुख्य भाग N-20 TERMINAL (जिसमे हम अपना incoming और outgoing वायर जोड़ते है), SOLENOID COIL (जो शॉर्ट सर्किट फौल्ट मै use होता है ), BI METALLIC STRIP (जो ओवर लोड  फौल्ट मै use होता है ) ,  FIXED AND DYNAMIC CONTACT, PLUNGER  , ARC CHUTES और KNOB होते है .

 1. शॉर्ट सर्किट प्रोटेक्शन : इसमे क्या होता है की जेसे ही कोई उपकरण मे शॉर्ट सर्किट होता है वेसे ही सोलेनोइड कोइल मे मेग्नेटिक फील्ड उत्पन्न होता है. इसके कारण जो PLUNGER होता है वह dynamic contact को धक्का मारता है ओर MCB को तुरंत ही ट्रिप कर देता है. ये पूरा कार्य जिस सिद्धांत करता है उसे हम इलेक्ट्रो- मैग्नेटिक  सिद्धांत (Electromagnetic Principle) कहते है. इसको हम नीचे दी गई पिक्चर से आसानी से समज सकते है.

 


Image Source : Omircon Academy

 https://www.youtube.com/watch?v=T3NoJ_x8oiA

2. ओवर लोड प्रोटेक्शन : जैसे ही नेटवर्क में ओवरलोड होता है वैसे ही हिटिंग के कारण बाय -मैटालिक स्ट्रिप अपने गुणधर्म के अनुसार बैंड हो जाती है और लीवर को धक्का लगती ही एमसीबी ट्रिप हो जाती है .ये पूरा कार्य जिस सिद्धांत करता है उसे हम इलेक्ट्रो- थर्मल सिद्धांत (Electrothermal  Principle) कहते है.इसको हम नीचे दी गई पिक्चर से आसानी से समज सकते है.

  • बाय -मैटालिक स्ट्रिप का गुणधर्म  :Omircom Energy
  • यह दो धातु का मिश्रण होता है. जेसे ही तापमान बढ़ता है एक धातु का कद घटने लगता है और दूसरे धातु का कद बढ्ने लगता है , जिसके करण स्ट्रिप के कद मे बदलाव  आता है और बैंड हो जाती है. 

 

#4.Types of MCB (MCB कितने प्रकार की होती है?)

MCB के प्रकार को समजने के लिए हम नीचे दिये हुए टेबल को ध्यान मे लेंगे .

 

MCB हमे मुख्यरूप से 0.5A से 100A तक के current rating मे मिल जाती है. Special purpose Application के लिए MCB की Current rating 125A तक भी होती है. 

  • MCB के ब्रेकिंग केपेसिटी 18kA तक की होती है 
  • तदुपरान्त MCB को हम Number of Poles के हिसाब से भी वर्गीकृत कर सकते है. जिसमे कुल चार प्रकार होते है जेसे की 1P , 2P , 3P और 4P. सामान्यतः 1P और 2P सिंगल फेज सर्किट के लिए use होते है जबकि 3P और 4P थ्री फेज सर्किट के लिए use होते है . 

#5.  Connection of MCB (MCB का कनैक्शन कैसे किया जाता है ?)
सामान्यतः MCB के ऊपर लिखा ही होता है की LOAD कहा जोड़ना है और LINE कहा. और अगर MCB पे कुछ भी नहीं लिखा हो तो आप ऊपर या नीचे कही पे भी LINE या LOAD जोड़ सकते हो. यह आप नीचे दी गई आकृति से आसानी से समाज सकते है 



  

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